टीजीपीसीईटी, नागपुर में “आईपीआर फेयर”: बौद्धिक संपदा अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु राष्ट्रीय स्तरके कार्यक्रम का आयोजन
तुलसीरामजी गायकवाड़ पाटिल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (टीजीपीसीईटी), नागपुर — जो कि आरटीएम नागपुर विश्वविद्यालय से संबद्ध एक स्वायत्त संस्थान है — ने अपने आरएंडडी सेल और पीजी विभागों के तत्वावधान में ‘आईपीआर फेयर’ नामक राष्ट्रीय स्तरके कार्यक्रम आयोजित किया।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय एडवोकेट किशोर पांतवणे, विधिक सलाहकार एवं भारत सरकार के पूर्व प्रशिक्षण समन्वयक थे। उन्होंने प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा अधिकारों (आईपीआर) के महत्व के बारे में बताया और उन्हें पेटेंट फाइलिंग के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही, उन्होंने आईपीआर से संबंधित विभिन्न अधिनियमों और कानूनी ढांचे पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान, प्रो. अनुप बगाड़े, डीन, एसडीसी ने एक हैंड्स-ऑन वर्कशॉप का संचालन किया, जिसमें उन्होंने Canva जैसे मोबाइल ऐप्स का उपयोग करके कॉपीराइट योग्य छवियाँ बनाने की व्यावहारिक तकनीकें सिखाईं। यह सत्र छात्रों के लिए कॉपीराइट पंजीकरण हेतु सामग्री निर्माण की स्पष्ट समझ प्रदान करने वाला रहा। इसके पश्चात, डॉ. प्रतीक घुटके, डीन, पीजी ने एक व्यावहारिक सत्र लिया, जिसमें उन्होंने छात्रों को ऑनलाइन उपयोगकर्ता प्रोफ़ाइल बनाकर कॉपीराइट पंजीकरण की प्रक्रिया समझाई। इस कार्यक्रम में करीब 200 छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिन्होंने ज्ञान प्राप्त करने की गहरी रुचि और प्रतिस्पर्धा की भावना दिखाई।
हम अपने कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु डॉ. मोहन गायकवाड़-पाटिल, अध्यक्ष, जीपीजी; श्री आकाश गायकवाड़-पाटिल, उपाध्यक्ष, जीपीजी; डॉ. संदीप गायकवाड़, कोषाध्यक्ष, जीपीजीआई; डॉ. प्रेमानंद नाकतोडे, प्राचार्य, टीजीपीसीईटी; तथा डॉ. प्रगति पाटिल, उप-प्राचार्य, टीजीपीसीईटी के प्रति हार्दिक आभार प्रकट करते हैं। समापन भाषण डॉ. अनुप गाडे, डीन, आरएंडडी द्वारा प्रस्तुत कीया । कार्यक्रम के प्रभावी समन्वय के लिए डॉ. अतुल टेकाड़े, एचओडी, एमबीए और प्रो. रोशन ए. चांदेकऱ, एचओडी, एमसीए का विशेष आभार । कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन एमसीए प्रथम वर्ष की छात्राएं मिस ईशा मिराशे एवं मिस उमंग राहंगडाले ने किया।
Discussion about this post